पथराई सी नजरें, तेरा जिस्म कांप रहा था पथराई सी नजरें, तेरा जिस्म कांप रहा था
नहीं है चाहत हमे धन दौलत की, ना हमे तिजोरी भरना है, क्या होगा धन जुटा के, जब खाली हाथ ही हमे मरना है... नहीं है चाहत हमे धन दौलत की, ना हमे तिजोरी भरना है, क्या होगा धन जुटा के, जब खाल...
तेरे अपनेपन का अहसास, हमदर्दी, मनाना तेरे अपनेपन का अहसास, हमदर्दी, मनाना
इलाज किसका छोड़ दे कहो किसको खिलाएं किसको बचाएं इलाज किसका छोड़ दे कहो किसको खिलाएं किसको बचाएं
लेकिन मूक दर्शक बना रह जाता है इंसान। लेकिन मूक दर्शक बना रह जाता है इंसान।
कडी मेहनत से किसी गरीब कोरोटी का निवाला मिलता हैचुल्हे पे चढता बर्तन जबपसीना तन का जलता है कडी मेहनत से किसी गरीब कोरोटी का निवाला मिलता हैचुल्हे पे चढता बर्तन जबपसीना तन...